फिर से मौसम बहारों का आने को है
फिर से रंगे ज़माना बदल जायेगा
The season of blossoming is again at hand
Again the world will be of a different color
अबकी बज़्मे चराग़ाँ सजा लेंगे हम
ये भी अरमान दिल का निकल जायेगा
(बज़्मे चराग़ाँ = lamps during the rendezvous)
Again I shall light lamps for the rendezvous
And again my heart's desire will find its way
आप करदें जो मुझ पे निगाहें करम
मेरी उल्फत का रह जायेगा कुछ भरम
(उल्फत = love)
If only you could glance at me
The illusion of my passion might remain
यूं फ़साना तो मेरा रहेगा यही
सिर्फ़ उनवान उसका बदल जायेगा
(फ़साना = story, उनवान = title, of the story)
My story though might remain the same
But its title at least shall be rewritten
फीकी फीकी सी क्यूँ शाम-ऐ-मएखाना है
लुत्फ़े साकी भी कम खाली पैमाना है
(शाम-ऐ-मएखाना = evening at the tavern, लुत्फ़े साकी = the joy of seeing the bartender)
This evening at the tavern is so listless
The joy of seeing the bartender is as empty as my cup of wine
अपनी नज़रों से ही कुछ पिला दी जिए
रंग महफिल का ख़ुद ही बदल जायेगा
If you can but quench me with your look
The whole evening will be transformed
मेरे मिटने का उनको ज़रा गम नहीं,
जुल्फ भी उनकी ऐ दोस्त बरहम नहीं
(बरहम = messy)
She is not at all moved by my destruction
Even her hair has stayed in form, my friend
अपने होने न होने से होता है क्या
काम दुनिया का यु ही तो चल जायेगा
What does it matter if I exist or not
The world shall continue as it is
आपने दिल जो ज़ाहिद का तोडा तो क्या
आपने उसकी दुनिया को छोड़ा तो क्या
You did break Zahid's heart, but so what
You did leave his world, but so what
आप इतने तो आख़िर परेशान न हों
वो संभलते संभलते संभल जायेगा
There is no need to be vexed
Stumbling, he will find his way again
फिर से रंगे ज़माना बदल जायेगा
The season of blossoming is again at hand
Again the world will be of a different color
अबकी बज़्मे चराग़ाँ सजा लेंगे हम
ये भी अरमान दिल का निकल जायेगा
(बज़्मे चराग़ाँ = lamps during the rendezvous)
Again I shall light lamps for the rendezvous
And again my heart's desire will find its way
आप करदें जो मुझ पे निगाहें करम
मेरी उल्फत का रह जायेगा कुछ भरम
(उल्फत = love)
If only you could glance at me
The illusion of my passion might remain
यूं फ़साना तो मेरा रहेगा यही
सिर्फ़ उनवान उसका बदल जायेगा
(फ़साना = story, उनवान = title, of the story)
My story though might remain the same
But its title at least shall be rewritten
फीकी फीकी सी क्यूँ शाम-ऐ-मएखाना है
लुत्फ़े साकी भी कम खाली पैमाना है
(शाम-ऐ-मएखाना = evening at the tavern, लुत्फ़े साकी = the joy of seeing the bartender)
This evening at the tavern is so listless
The joy of seeing the bartender is as empty as my cup of wine
अपनी नज़रों से ही कुछ पिला दी जिए
रंग महफिल का ख़ुद ही बदल जायेगा
If you can but quench me with your look
The whole evening will be transformed
मेरे मिटने का उनको ज़रा गम नहीं,
जुल्फ भी उनकी ऐ दोस्त बरहम नहीं
(बरहम = messy)
She is not at all moved by my destruction
Even her hair has stayed in form, my friend
अपने होने न होने से होता है क्या
काम दुनिया का यु ही तो चल जायेगा
What does it matter if I exist or not
The world shall continue as it is
आपने दिल जो ज़ाहिद का तोडा तो क्या
आपने उसकी दुनिया को छोड़ा तो क्या
You did break Zahid's heart, but so what
You did leave his world, but so what
आप इतने तो आख़िर परेशान न हों
वो संभलते संभलते संभल जायेगा
There is no need to be vexed
Stumbling, he will find his way again
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